आसमान में तारों के समूह को नक्षत्र कहते हैं। नक्षत्र अपने प्रभाव से किसी भी व्यक्ति के जीवन को बदलने की क्षमता रखता है। इसीलिए लोग नक्षत्रों को अनुकूल करने के लिए उनसे सम्बंधित ग्रहों की पूजा-पाठ और व्रत आदि करते हैं। शास्त्रों में नक्षत्रों की कुल संख्या 27 है।चन्द्रमा मन का स्वामी और माता का कारक होता है,हमारी धरती के सबसे नजदीक उपग्रह होने से माता और गर्भस्थ शिशु पर भी चंद्र नक्षत्रोँ का बिशेषः प्रभाब पड़ता है !प्र्त्येक नक्षत्र का माध्यम एव भोग्यमान १३. अंश एव २० कला होता है जबकि एक राशि के भीतर लगभग 2.25 नक्षत्र आते हैं। 27 नक्षत्रों के नाम इस प्रकार हैं