शरीर सबसे ज्यादा धोखा उसी को देता है जिसने हरदम अपने आप को छला है किसी के पास बिस्तर है नींद नसीब नहीं किसी पास नींद है बिस्तर नसीब नहीं जिसको दोनों ही मिल जाते हैं तो उनकी जिद मै सो कयों जाऊँ मुझे तो नींद के समय को मनोरंजन टीवी देखने में लगाना अनिवार्य है यही तो छल है अपने आप से खुद को छलना छोड़ सुख से जिएं!
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